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KAMAKHYA KAAM CHKARA PUJA

कैसे करें विघ्न -बाधा निवारण

कैसे करें विघ्न -बाधा निवारण ?

१. प्रत्येक प्रकार के संकट निवारण के लिये भगवान गणेश की मूर्ति पर कम से कम 21 दिन तक थोड़ी-थोड़ी जावित्री चढ़ावे और रात को सोते समय थोड़ी जावित्री खाकर सोवे। यह प्रयोग 21, 42, 64 या 84 दिनों तक करें।

२. रूके हुए कार्यों की सिद्धि के लिए यह प्रयोग बहुत ही लाभदायक है। गणेश चतुर्थी को गणेश जी का ऐसा चित्र घर या दुकान पर लगाएं, जिसमें उनकी सूंड दायीं ओर मुड़ी हुई हो। इसकी आराधना करें। इसके आगे लौंग तथा सुपारी रखें। जब भी कहीं काम पर जाना हो, तो एक लौंग तथा सुपारी को साथ ले कर जाएं, तो काम सिद्ध होगा। लौंग को चूसें तथा सुपारी को वापस ला कर गणेश जी के आगे रख दें तथा जाते हुए कहें `जय गणेश काटो कलेश´।

३. किसी के प्रत्येक शुभ कार्य में बाधा आती हो या विलम्ब होता हो तो रविवार को भैरों जी के मंदिर में सिंदूर का चोला चढ़ा कर “बटुक भैरव स्तोत्र´´ का एक पाठ कर के गौ, कौओं और काले कुत्तों को उनकी रूचि का पदार्थ खिलाना चाहिए। ऐसा वर्ष में 4-5 बार करने से कार्य बाधाएं नष्ट हो जाएंगी।

४. सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ। फिर माता सीता से एक श्वास में अपनी कामना निवेदित कर भक्ति पूर्वक प्रणाम कर वापस आ जाएँ। इस प्रकार कुछ दिन करने पर सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है।

5. किसी शनिवार को, यदि उस दिन `सर्वार्थ सिद्धि योग’ हो तो अति उत्तम सांयकाल अपनी लम्बाई के बराबर लाल रेशमी सूत नाप लें। फिर एक पत्ता बरगद का तोड़ें। उसे स्वच्छ जल से धोकर पोंछ लें। तब पत्ते पर अपनी कामना रुपी नापा हुआ लाल रेशमी सूत लपेट दें और पत्ते को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से सभी प्रकार की बाधाएँ दूर होती हैं और कामनाओं की पूर्ति होती है।

६. अक्सर सुनने में आता है कि घर में कमाई तो बहुत है, किन्तु पैसा नहीं टिकता, तो यह प्रयोग करें। जब आटा पिसवाने जाते हैं तो उससे पहले थोड़े से गेंहू में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर मिला लें तथा अब इसको बाकी गेंहू में मिला कर पिसवा लें। यह क्रिया सोमवार और शनिवार को करें। शनिवार को घर के छत पर दक्षिण -पश्चिम कोने पर सायंकाल तेल का दिया जलाया करें |साथ ही तुलसी को भी दिया जलाया करें |फिर घर में धन की बचत रहेगी।

Event Date : 18-Jun-2021

गोमती चक्र क्या है और इसे घर में रखने के लाभकारी फायदे

गोमती चक्र क्या है और इसे घर में रखने के लाभकारी फायदे ?

नमस्कार मित्रों आपका हमारे इस लेख में स्वागत है आज हम ऐसे महाशक्तिशाली, अत्यंत लाभकारी, दुर्लभ व् प्राकृतिक पत्थर के बारे में जानने वाले है जो इस पृथ्वी में सिर्फ गोमती नदी में ही पाया जाता है इस पत्थर का उपयोग हजारों सालों से तांत्रिक क्रियाओं में, पूजा पाठ और गहना आदि के निर्माण कार्य में किया जाता आ रहा है तो सबसे पहले जानते है की गौमती चक्र क्या है उसके पश्चात हम जानेंगे कि इसे घर में रखने के अत्यंत लाभकारी फायदे कौन-कौन से है –

गोमती चक्र (gomti chakra kya hai) : गोमती चक्र एक सुंदर प्राकृतिक पत्थर है इसे सुदर्शन चक्र के नाम से भी जाना जाता है यह गोमती नदी में पाया जाता है इसके चपटे वाले भाग में चक्र की गोल आकृति प्राकृतिक रूप से बनी होती है और दूसरा भाग खोल कि तरह ऊंचा होता है इसे नाग चक्र भी कहा जाता है ज्योतिषों के अनुसार जिसके कुंडली में सर्प दोष होता है उसके लिए सिद्ध गोमती चक्र बहुत ही लाभदायक है अब चलिए जरा इसके महाशक्तिशाली फायदे की और अपना ध्यान केंद्रित करते हैं ।

गोमती चक्र पहनने के फायदे –

(१) सिद्ध गोमती चक्र वास्तु दोष को नष्ट करता है। 11 गोमती चक्र (11 gomti chakra) दक्षिण पूर्व दिशा में इमारत की नींव में दबा देने से वास्तु दोष के बुरे प्रभाव दूर हो जाते हैं और घर के रहने वालाें को दीर्घायु और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।

(२) सात सिद्ध गोमती चक्र लाल कपड़े में लपेटकर लॉकर या कैश बॉक्स में रखने से कभी धन की कमी नहीं होती। कारोबार में बरकत आती है। धन के साथ अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि भी प्राप्त होती है।

(३) कई लोग ग्यारह सिद्ध गोमती चक्र एक लाल कपड़े में लपेटकर चावल या गेहूं के कंटेनराें में भी रखते हैं। इससे खाद्य पदार्थ कीटों से सुरक्षित रहते हैं।

(४) गोमती चक्र घर में होने से सुख.समृद्धि, अच्छा स्वास्थ्य और धन लाभ के साथ नकारात्मक प्रभावों को दूर करता है |

(५) अगर आपके शत्रु बहुत हैं तो 21 गोमती चक्र के साथ कागज में अपने दुश्मनों का नाम लिखें और उसे जमीन पर गाड़ दें। इससे आप शत्रुओं को पराजित करने में सफल हो जाएगे।

(६) यदि पति.पत्नी में वैवाहिक मतभेद में हैं, तो 11 सिद्ध गोमती चक्र को सफेद कपड़े में बांधकर घर की दक्षिण दिशा में फेंक दे, इससे मतभेद समाप्त हो जाएगा और वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ेगा।

(७) 21 सिद्ध गोमती चक्र (gomti chakra benefits in hindi) की पूजा देवी लक्ष्मी के साथ दीवाली पर करने से घर में सुख.समृद्धि बनी रहती है।

(१०) सिद्ध गोमती चक्र मन का डर दूर करता है। निर्णय एवं इच्छा शक्ति को बढ़ाता है। जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी हो वह गोमती चक्र की माला बनाकर पहनें। यह ऊर्जावान महसूस कराता है। गोमती चक्र बच्चे पर बुरी नजर का प्रभाव दूर करता है। अगर बच्चे अक्सर बुरी नजर से प्रभावित रहते हैं, तो एक सुनसान जगह पर जाएं और छह सिद्ध अभिमंत्रित गोमती चक्र बच्चे के सिर पर उल्टी दिशा में सात बार घुमाएं और उन्हें फेंक दें। वापस पीछे देखे बिना अपने घर के लिए आ जाएं। यह प्रयोग पांच बार करें।

(११) यदि किसी व्यक्ति या बच्चे को बार-बार नजर लग जाती है, तो वह किसी निर्जन स्थान पर जाकर 3 गोमती चक्रों को अपने उपर से 7 बार उतार कर अपने पीछे फेंक दें और पीछे मुड़कर न देंखे। इस क्रिया को करने से कभी नजर दोष नहीं होगा।

(१२) यदि आपको निरन्तर आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है, तो प्रथम सोमवार को 11 अभिमंत्रित गोमती चक्रों का हल्दी से तिलक करें और शंकर जी का ध्यान कर पीले कपड़ें में बांधकर पूरे घर में घुमाकर किसी बहते हुये जल में प्रवाहित करें। इसे करने से कुछ समय पश्चात ही लाभ मिलेगा।

(१३) यदि कोई बच्चा शीघ्र ही डर जाता है, तो प्रथम मंगलवार को अभिमंत्रित गोमती चक्र पर हनुमान जी के दाएं कन्धे का सिन्दूर लेकर तिलक कर किसी लाल कपड़े में बांधकर बच्चे के गले में पहना दें। बच्चे का डरना समाप्त होगा।

(१४) यदि आपके हाथों से खर्च अधिक होता है, तो प्रथम शुक्रवार को 11 अभिमंत्रित गोमती चक्रों को पीले कपड़े पर रखकर मां लक्ष्मी का स्मरण कर विधिवत पूजन करें। दूसरे दिन उनमें से 4 गोमती चक्र उठाकर घर के चारों कोनों में एक-2 दबा दें और 3 गोमती चक्र को लाल चस्त्र में बांधकर धन रखने के स्थान पर रख दें तथा 3 चक्रों को पूजा स्थल में रख्र दें। शेष बचें एक चक्र को किसी मन्दिर में अपनी समस्या निवेदन के साथ भगवान को अर्पित कर दें। यह प्रयोग करने से कुछ समय में लाभ दिखने लगेगा।

(१५) यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से अस्वस्थ चल रहा है तो 11 गोमती चक्र कांच की कटोरी में रखकर महामृत्युंजय मंत्र की 11 माला से अभिमंत्रित करें और उनको सफेद कपड़े में बांधकर रोगी के बैड के पाये में बांध दें। लाभ पहुंचेगा।

(१६) अक्षय तृतीया या शरद पूर्णिमा को 11 या 21 गोमती चक्र लेकर महालक्ष्मी के किसी एक मंत्र ’ओम् महालक्ष्म्यै नमः। ओम् श्रीं श्रियै नमः’ में से किसी एक मंत्र से 11 या 21 मालाओं का जाप करके सिद्ध करें और अगले दिन उन्हें अपने धन के स्थान में तिजोरी या गल्ले में रखें। घर में धन का चक्र ठीक चलता रहेगा। आमदनी के स्रोत लगातार बनते और बढ़ते रहेंगे।

(१७) यदि कोई व्यक्ति आपके पैसे नहीं लौटा रहा है तो पांच बड़े गोमती चक्र पर काली स्याही से उसका नाम लिखकर सोमवार को श्मशान क्षेत्र में गाड़ दें और प्रार्थना करें कि अमुक व्यक्ति मेरे पैसे लौटा दे। लगातार 5 सोमवार करने पर उस व्यक्ति के मन में पैसा लौटाने की भावना जागृत हो जाती है |

(१८) यदि आपके घर का मुख्य द्वार दूषित है तो द्वार के ऊपर चौखट पर 11 गोमती चक्र सफेद कपड़े में बांधकर लटका दें।

(१९) जिस इंसान की शादी में बाधा आ रही है या फिर शादी नहीं हो रही वो गोमती चक्र को श्री कृष्ण जी की मूर्ति के साथ रखकर सात दिन लगातार पूजा करे तो बहुत जल्दी शादी हो जाएगी ||

(२०) घर में गोमती चक्र रखने से घर में परिवार के लोगों में प्यार बढ़ता और कभी लड़ाई झगड़ा नहीं होता हैं।

Event Date : 18-Jun-2021

वास्तु दोष दूर करने के उपाय :

वास्तु दोष दूर करने के उपाय :

बहुदा देखा जाता है कि जनमानस को बहुत मेहनत करने पर भी सफलता नहीं मिल पाती है. इसके पीेछे का कारण घर का वास्तुदोष हो सकता है. ऐसे में घर पर नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है. जिससे से घर का माहौल अशांत और परेशानियों वाला होने लगता है. ऐसे में वास्तु के अनुसार कुछ चीजों का खास ध्यान रखने से इन परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है

सुबह के समय घर की अच्छे से साफ - सफाई करने के बाद पानी में थोड़ी सी हल्दी को मिला कर उस पानी को पान के पत्ते के साथ पूरे घर पर छिड़कना चाहिए. इससे घर पर मौजूद वास्तुदोष दूर हो सकारात्मक का संचार होता है. इसके अलावा प्रतिदिन घर में गंगाजल से छिड़काव करने से धन की देवी महालक्ष्मी का घर में वास होता है.

धार्मिक पुस्तकें और ग्रंथों को कभी भी बेड के अंदर या गद्दे के नीचे नहीं रखना चाहिए. यह वास्तुदोष का कारण बनता हैं. ऐसे में धार्मिक पुस्तकों को हमेशा घर के मंदिर और पश्चिम दिशा की ओर रखना शुभ होता है.

प्रतिदिन घर के मंदिर में घी का दीपक जलाकर और घंटी बजाकर पूजा करनी चाहिए. साथ ही पूजा के बाद शंख बजान शुभ होता है. इससे घर में पॉजीटिविटी फैलती है. वास्तुदोष दूर हो घर पर देवी-देवताओं का वास होता है.

रोजाना भगवान को ताजे फूलों को अर्पित करें. साथ ही शाम के समय फूल मुरझाने के बाद उसे मंदिर से हटा दें. नहीं तो ये सूख फूल वास्तुदोष का कारण बनते है.

वैसे तो झाड़ू को घर की साफ-सफाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है. मगर यह देवी लक्ष्मी को प्रिय होने से इसे पैर लगाने से बचना चाहिए. साथ ही इसे दरवाजे के पीछे या किसी भारी वस्तु के नीचे नहीं रखना चाहिए. नहीं तो धन की देवी लक्ष्मी की नराजगी का सामना करना पड़ सकता है.

घर की दीवारों पर सुंदर, हरियाली और हंसते हुए चेहरों की तस्वीरें लगानी चाहिए. इससे घर के मुखिया की मानसिक परेशानी दूर हो घर का माहौल खुशनुमा बना रहता है

घर की उत्तर-पूर्व दिशा पर कभी भी कचरा या गंदगी नहीं फैलानी चाहिए. इसके अलावा इस दिशा पर कोई भारी सामान रखने से भी बचना चाहिए. नहीं तो पैसों से जुड़ी परेशानियां हो सकती है.

मान्यता है कि घर पर तुलसी का पौधा होने से देवी-देवताओं की घर पर कृपा बनी रहती है. ऐसे में घर की उत्तर-पूर्व दिशा पर तुलसी का पौधा रखें. साथ ही रोजाना उसे जल चढ़ाएं और घी का दीपक जलाकर पूजा करनी चाहिए.

मंत्रों का करें उच्चारण

रोजाना सुबह घर पर कुछ समय के लिए लगातार 'ॐ नमः शिवाय' की धुन को बजाएं. इससे घर का वास्तुदोष दूर होने के साथ सुख-समृद्धि व शांति भरा माहौल बनता है

Event Date : 18-Jun-2021

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